भारतीय संस्कृति और विरासत || टिंडित इंडिया ||
लेखक- बिन्दु मिश्रा
भारतीय जीवन शैली सर्वश्रेष्ठ है। भारतीय जीवन शैली ने प्रमाणित कर दिया है कि जीने का सही तरीका क्या है ? पूरे विश्व में भारत की जीवन शैली का कितना ही मजाक बनाया हो या निंदा की हो परंतु आज हमारे प्राकृतिक जीवन शैली का सभी स्वागत कर रहे हैं। भारतीय जीवन में हर चीज को धर्म से जोड़कर देखते हैं पर सब के पीछे वैज्ञानिक कारण होता है। पेड़- पौधे, पशु और नदियों का सम्मान और पूजा किया जाता है। तुलसी, पीपल और बरगद की पूजा की जाती है क्योंकि जहाँ पीपल से सबसे ज्यादा ऑक्सीजन हमें मिलती है, वहीं तुलसी एवं बरगद का अपने औषधिय गुणों के कारण विशेष महत्व है। गाय को माता मानते हैं और पूजा करते हैं । गाय को मारकर हम एक या दो दिन जिंदा रह सकते हैं परंतु गाय का दूध पीकर हम वर्षों तक स्वस्थ और जीवित रह सकते हैं । नदियों का जल तो हमारे लिए जीवन है, अतएव इन्हें ईश्वर माना जाता है।
भारतीय परम्परा के अन्तर्गत बड़ों से हाथ जोड़कर नमस्ते किया जाता है जिसे आज पूरा विश्व अपना रहा है ।भारत में संयुक्त परिवार को प्राथमिकता दी जाती है जिसमें बुजुर्ग माता पिता की सेवा होती है और उनको अकेलापन महसूस नहीं होता है। पूरा परिवार उनके आशीर्वाद और अनुभव से लाभ उठाता है और बच्चों का पालन पोषण भी अच्छी तरह से होता है।पूरा परिवार एक साथ मिलकर धूमधाम से त्योहारों को मनाते हैं। शादी भी यहां माता पिता के सहमति और आशीर्वाद से ही होते हैं। भारतीय रात को जल्दी सोना और सूर्योदय से पहले जागना पसंद करते हैं। स्नान करने के बाद ही रसोई घर में प्रवेश करते हैं और भोजन बनाते हैं और पूजा करने के बाद ही अन्न ग्रहण करते हैं। जूता चप्पल पहन कर कोई पूजा घर या रसोई घर में नहीं जाता है। भारत में पूरा परिवार एक साथ भोजन करता है जिससे आपस में प्रेम बढ़ता है और बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान हो जाता है और आज की सबसे बड़ी समस्या तनाव का कोई शिकार नहीं होता है।
Agreed with this 🙏🏻
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